UPSC Chairperson के पद पर सरकार ने पूर्व स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन (Preeti Sudan) को नियुक्त किया है। इस घोषणा के साथ अब प्रीती सूदन संघ लोक सेवा आयोग की नई अध्यक्ष (UPSC Chairperson) है। वह मनोज सोनी का स्थान लेंगी। वर्तमान में वह यूपीएससी सदस्य हैं और गुरुवार को कार्यभार संभालेंगी। उनका कार्यकाल अप्रैल 2025 तक होगा।
नई संघ लोक सेवा आयोग अध्यक्ष प्रीति सूदन कल 1 अगस्त से अपना कार्यभार संभालेंगी। यूपीएससी की नई चेयरमैन बनने से पहले वो कई सरकारी विभागों में काम कर चुकी हैं। इसके साथ ही प्रीति सूदन ई-सिगरेट को बंद करने के दौरान भी काफी चर्चा में थी। इनके अब तक के कारनामें बहुत ही प्रेरणादायक रहे हैं। जीवन में आगे बढ़ने की चाह रखने वाली महिलाओं के लिए ये प्रेरणा बन चुकी हैं। प्रीति सूदन ने अपने करियर में कई विभागों में काम किया है और हर विभाग में उन्होंने कुछ ऐसा कर दिखाया जो कभी भी नहीं भूला जा सकता है।
प्रीति सूदन (UPSC Chairperson) के बारे में
- 1983 बैच की IAS हैं और चार साल पहले ही रिटायर हुई हैं
- अपने करियर में उन्होंने महिला और बाल विकास मंत्रालय से लेकर रक्षा मंत्रालय तक में काम किया है
- कोरोना के वक्त प्रीति सूदन भारत सरकार की स्वास्थ्य सचिव पद पर थीं
- कोविड महामारी के दौरान इससे निपटने में मुख्य रणनीति बनाई
- प्रीति सूदन साल 2017 के अक्टूबर से जुलाई 2020 तक स्वास्थ्य सचिव के तौर पर कार्यरत रही
- हरियाणा की रहने वाली हैं प्रीति सूदन
- लंदन के स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से एम.फिल किया
- प्रीति सूदन ने साल 1983 में यूपीएससी की परीक्षा पास की थी
- आंध्र प्रदेश कैडर में IAS अधिकारी बन नियुक्त हुईं
- केंद्र सरकार के कई योजनाओं में उनका मुख्य योगदान रहा है
- आयुष्मान भारत योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ में प्रीति सूदन की अहम भूमिका रही है
- वहीं प्रीति सूदन ने विश्व बैंक में कंसल्टेंट के तौर पर भी काम किया है।