इन दिनों सऊदी अरब (Saudi Arabia) के मक्का में तीर्थयात्री हज (Hajj Pilgrims) की यात्रा कर रहे हैं। जिसमें गर्मी के चलते 550 से अधिक तीर्थयात्रियों की मौत की खबर सामने आ रही है। मरने वालों में 323 मिस्त्र के तीर्थयात्री हैं। सभी की मौत तेज गर्मी की वजह से हुई है। ये आकंड़ा अरब के ही डिप्लोमेट द्वारा दिया गया है। मक्का के पास अल-मुआइसिम में स्थित अस्पताल के मुर्दाघर में शवों के ढेर लगे हुए हैं।
मुसलमानों के लिए बहुत अहम यात्रा हज
इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार हज इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है। सभी मुसलमानों की जीवन में एक बार हज के लिए (Saudi Arabia) मक्का की यात्रा करने की इच्छा होती है। पर बीते कुछ सालों से जलवायु परिवर्तन के कारण हज यात्रा प्रभावित हो रही है। मक्का पवित्र शहर का तापमान हर 10 साल में 0.4 डिग्री सेल्सियस (0.72 डिग्री फारेनहाइट) बढ़ रहा है। जिसके चलते तीर्थयात्रियों की मौत हो रही है।
मक्का (Saudi Arabia) में अनुष्ठान वाले क्षेत्र में लगातार बढ़ रहा तापमान
सऊदी (Saudi Arabia) के राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि सोमवार को मक्का की ग्रैंड मस्जिद में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। पिछले महीने प्रकाशित सऊदी अध्ययन के अनुसार, हज यात्रा जलवायु परिवर्तन से तेजी से प्रभावित हो रही है। इसमें कहा गया है कि जिस क्षेत्र में हज यात्री अनुष्ठान करते हैं, वहां का तापमान हर दशक में 0.4 डिग्री सेल्सियस बढ़ रहा है।
बढ़ता जा रहा मरने वालों का आंकड़ा
मरने वालों में 323 मिस्त्र के तीर्थयात्री हैं। जॉर्डन के कम से कम 60 लोगों की मौत हुई है। यह संख्या मंगलवार को अम्मान से जारी आधिकारिक आंकड़े से ज्यादा है, जिसमें 41 लोगों की मौत की जानकारी दी गई थी। नई मौतों के साथ ही कई देशों द्वारा अब तक बताई गई कुल संख्या 577 हो गई है। राजनयिकों (Saudi Arabia) ने कहा कि मक्का के सबसे बड़े मुर्दाघरों में से एक अल-मुआइसम में कुल 550 शव थे।
तीर्थयात्री बोलतों से सिर पर डाल रहे पानी
इन दिनों तपती गर्मी में राहत के लिए तीर्थयात्रियों (Saudi Arabia) को अपने सिर पर बोतलों से पानी डालते हुए देखा गया। वालंटियर्स उन्हें गर्मी से राहत के लिए कोल्ड ड्रिंक और चॉकलेट आइसक्रीम देते नजर आए हैं। सऊदी अधिकारियों ने तीर्थयात्रियों को छाते का उपयोग करने, खूब पानी पीने और दिन के सबसे गर्म घंटों के दौरान धूप में निकलने से बचने की सलाह दी थी।
Recent Comments