जम्मू में रियासी आतंकी हमले (Jammu Terror Attack) और कठुआ में सेना के साथ दहशतगर्दों की मुठभेड़ के बाद जम्मू-कश्मीर में हालात संवेदनशील बन गए हैं। पुलिस और सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है। जबकि बाकी आतंकियों की तलाश जारी है। इसे लेकर जम्मू संभाग में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया हुआ है।
जम्मू आतंकी हमले (Jammu Terror Attack) के बाद दिल्ली में भी हलचल तेज़ हो गयी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने NSA अजित डोभाल और अन्य अधिकारियों के साथ जम्मू-कश्मीर में स्थिति की समीक्षा की है। प्रधानमंत्री को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा संबंधि स्थिति की पूरी जानकारी दी गई। उन्हें आतंकवाद विरोधी प्रयासों से अवगत भी कराया गया। वहीं, प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से आतंकवाद विरोधी क्षमताओं का पूरा उपयोग करने के लिए कहा है।
J&K के उपराज्यपाल और गृहमंत्री अमित शाह से की वार्ता
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृहमंत्री अमित शाह से बात की और सुरक्षाबलों की तैनाती तथा आतंकवाद विरोधी अभियानों पर चर्चा की। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से भी बात कर राज्य की स्थिति का जायजा भी लिया है।
9 जून को जम्मू के रियासी में हुआ था आतंकी हमला
9 जून को जम्मू-कश्मीर के रियासी में शिवखोड़ी से आ रही एक बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। इस हमले में नौ लोगों की जान चली गई। जबकि 41 श्रद्धालु घायल हो गए। इसके तीन दिन बाद 11 जून की शाम दहशतगर्दों ने कठुआ में दूसरे हमले को अंजाम दिया।
इसके बाद आतंकियों (Jammu Terror Attack) ने हीरानगर सेक्टर में कूटा मोड के पास सैदा सुखल गांव पर हमला किया। उस दौरान सेना ने एक आतंकी को मार गिराया था। जबकि अन्य आतंकी को सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान के दौरान ढेर कर दिया था। आतंकियों ने 11 जून को भी डोडा में तीसरा आतंकी हमला किया। यहा हमला भद्रवाह इलाके में सेना के शिविर पर हुआ जिसमें छह जवान जख्मी हो गए थे।
आतंकी अमेरिकी हथियारों का कर रहे हैं इस्तेमाल
जम्मू कश्मीर (Jammu Terror Attack) में मौजूद पाकिस्तान के आतंकी संगठन, जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा ने अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे वाली अमेरिकन M16-M4 कार्बाइन का सौदा किया है। हालांकि अभी तक इन घातक हथियारों की बड़ी खेप घाटी में नहीं पहुंची है। लेकिन सूत्रों की माने तो दर्जनभर से ज्यादा कार्बाइन, आतंकियों के हाथ में हैं।
सर्जिकल और एयर स्ट्राइक के बाद……. अब क्या?
पीएमओ में चल रही हलचल से अंदाजा लगा जा रहा है कि सरकार शांत बैठने वाली नहीं है। सरकार ने सेना को फ्री हैंड दिया है। इसलिए माना जा रहा है की सेना आतंकियों (Jammu Terror Attack) के खिलाफ कोई बड़ा ऑपरेशन कर सकती है। वहीं दूसरी ओर ये भी चर्चा है की आतंकियों को मुहतोड़ जबाब देने की लिए अब कौन सा तरीका निकाला जायेगा। आपको बता दें कि सेना इससे पहले POK में घुसकर सर्जिकल और एयर स्ट्राइक चुकी है।
पाकिस्तान के खिलाफ मिले सबूत
गौरतलब है कि हाल के दिनों में जो भी आतंकी हमले हुए हैं, उनमें पाकिस्तान की भूमिका को लेकर पुख्ता सबूत मिले हैं। इन सबूतों में पाकिस्तान की बैटरी से लेकर वहां बनने वाली चॉकलेट तक शामिल है। इसके साथ ही मारे गए आतंकियों की बंदूकों का भी पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आ चूका है।