ट्रेनों में बिना टिकट यात्रियों ने AC कोच में चढ़ जाने के मामले आये दिन खुर्खियों में रहते हैं। जिससे कई बार आरक्षण करवाने वाले यात्री परेशानी का शिकार होते हैं। इसके साथ ही रेलवे प्रशासन पर भी कई बार सवाल खड़े होते हैं। लेकिन इस बार तो बेटिकट यात्रियों ने हद ही कर दी ट्रैन जिसका प्रमोशन खुद PM मोदी कर रहे हैं जिसे विकसित भारत की ट्रैन कहा जा रहा है उसे भी नहीं बख़्शा गया है। जी हां हम बात कर रहे हैं सेमी हाईस्पीड लग्जरी ट्रेन वंदे भारत (Vande Bharat) की।
किसान यूनियन की टोपी लगाए थे बेटिकट यात्री
मंगलवार को लखनऊ से देहरादून जा रही वंदे भारत (Vande Bharat) एक्सप्रेस पर बेटिकट यात्रियों ने कब्जा कर लिया। इससे आरक्षित श्रेणी की इस सेमी हाईस्पीड लग्जरी ट्रेन में कन्फर्म टिकट पर यात्रा कर रहे यात्रियों का सफर मुश्किल हो गया। लग्जरी ट्रेन की हालत सामान्य ट्रेनों के जनरल कोच से भी बदतर हो गई। परेशान यात्रियों ने सोशल मीडिया पर इसका वीडियो साझा किया। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद से ही रेलवे की काफी किरकिरी हो रही है। गौरतलब है की मंगलवार सुबह लखनऊ-देहरादून वंदे भारत (Vande Bharat) एक्सप्रेस में काफी संख्या में बेटिकट यात्री लग्जरी ट्रेन के कोचों में चढ़ गए। इनमें ज्यादातर यात्री किसान यूनियन का पटका और टोपी लगाए थे।
ट्रेनों में नहीं मिल रहे कन्फर्म टिकट
आपको बता दें कि लखनऊ-देहरादून 22545 वंदे भारत एक्सप्रेस सुबह 5:15 बजे लखनऊ से चलकर दोपहर करीब 1:35 बजे देहरादून पहुंचती है। लखनऊ से चलने के बाद इस ट्रेन का पहला स्टॉपेज सुबह 8:35 बजे सीधे बरेली जंक्शन होता है। इन ट्रेनों में भीड़ के चलते वंदे भारत (Vande Bharat) एक्सप्रेस की चेयरकार और एग्जीक्यूटिव श्रेणियों में भी लंबी वेटिंग के कारण कन्फर्म टिकट नहीं मिल पा रहे हैं।
एक्स पर रेल अधिकारियों से शिकायत
ट्रेन में यात्रा कर रहे एक यात्री (संचित) ने क्षमता से कई गुना ज्यादा भीड़ के कारण ट्रेन की दुर्दशा की वीडियो बनाकर एक्स के जरिये डीआरएम समेत उच्च अधिकारियों के साथ साझा करते हुए शिकायत की। जिस पर शिकायतकर्ता को आश्वाशन दिया गया की अगले स्टेशन पर समस्या का निराकरण किया जायेगा। लेकिन ट्रेन (Vande Bharat) के बरेली पहुंचने पर भी बेटिकट यात्रियों को नहीं उतारा गया। बरेली जंक्शन से भी काफी संख्या में बेटिकट यात्री वंदे भारत (Vande Bharat) एक्सप्रेस में सवार हो गए। इससे यात्रियों को परेशानी हुई। बरेली से ट्रेन रवाना होने पर भी लोगों की समस्या का समाधान नहीं हुआ।