इस समय उत्तराखंड में चारों धामों (Chardham Yatra) की यात्रा चल रही है। श्रद्धालु बड़ी संख्या में इस यात्रा में पहुंचे है। यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए दो दिनों के लिए ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन बंद करने का फैसला लिया गया है। वहीं दूसरी ओर इस फैसले की मुख्य वजह बतायी जा रही है, सरकार के फेल हुए सुरक्षा इंतजाम। रिकॉर्ड तोड़ भक्तों की कतार में लगे 6 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसके बाद से 15 और 16 मई को यात्रा के रजिस्ट्रेशन बंद कर दिए गए हैं।
10 अप्रैल को केदारनाथ धाम के पट खुलने के बाद ही चारों धामों (Chardham Yatra) की यात्राएं शुरु हो चुकी है। यात्रा को शुरु हुए 4 दिन ही हुए हैं पर अब तक 1.30 लाख लोगों ने दर्शन कर लिए हैं। ये अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। बीते वर्ष ये रिकॉर्ड 16 दिनों में बना था। हर दिन ऑन लाइन और ऑफ लाइन दोनों में हजारों रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं। भिड़ के चलते गंगोत्री-यमुनोत्री धामों पर सरकारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो चुकी हैं। हरिद्वार से आगे बरकोट तक 45 किमी लंबा जाम लगा हुआ है। यात्रियों को रुकने और खाने-पीने की सुविधाएं नहीं मिल रही है।
लंबी कतार में लगे 6 श्रद्धालुओं की यमुनोत्री-गंगोत्री के रास्ते में ही मौत हो चुकी है। इनमें 5 की जान मंगलवार को गई। 1 ऐसे हैं, जिन्होंने गाड़ी में दम तोड़ दिया। जिन श्रद्धालुओं की मौत हुई, उन सभी की उम्र 50 वर्ष से अधिक थी। इनमें से 4 को डायबिटीज के साथ-साथ ब्लड प्रेशर की भी शिकायत थी।
सरकार की बिगड़ी व्यवस्था पर केदारनाथ धाम के पुजारियों ने भी विरोध जताया है। फिलहाल इस बिगड़ी व्यवस्था का जल्द सुधरना जरुरी है। पुलिस प्रशासन को जल्द से जल्द कमान संभालने की जरुरत है।