लोकसभा चुनाव 2024 में इस बार गांधी परिवार की तरफ से काफी सस्पेंस बनाया जा रहा है। गांधी परिवार की पारंपरिक गढ़ माने जाने वाली सीट है अमेठी और रायबरेली। पर अब तक ना ही राहुल गांधी ने ना ही प्रियंका गांधी वाड्रा ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। इस पर बात से परेशान अमेठी (Amethi) में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का धरना चल रहा है।
सालों से किया प्रतिनिधित्व, आज क्यों भाग रहे दूर
अमेठी और रायबरेली ऐसी सीट है यहां गांधी-नेहरू परिवार सालों से प्रतिनिधित्व करती आ रही है। ऐसे में अब तक नामांकन दाखिल ना करने पर कार्यकर्ता चिंतित हो रहे हैं। राजनीति गलियारों में तो ये तक चर्चा चल रही है की, राहुल गांधी को इस बार (Amethi) हार का डर सता रहा है।
अमेठी सीट का प्रतिनिधित्व 2004 से राहुल गांधी कर रहे हैं और वह लगातार 3 बार इस निर्वाचन क्षेत्र से संसद सदस्य चुने गए। 2019 में भाजपा की स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए थे। पर इस बार गांधी परिवार अमेठी और रायबरेली सीट के लिए क्या सोच रहा है इसे लेकर सभी में उत्सुकता बनी हुई है। राहुल गांधी या प्रियंका गांधी वाड्रा इस सीट से चुनाव लड़ेंगे या नहीं? ये तो आने वाला समय ही बताएगा।
राहुल गांधी वर्तमान में केरल के वायनाड निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, जहां से उन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव जीता था। इस बार भी राहुल वायनाड से चुनाव मैदान में हैं। सात चरण के आम चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को अमेठी और रायबरेली निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 3 मई है। आज और कल का दिन ही शेष है पर पर अमेठी के कार्यकर्ताओं में अब और इंतजार करने की क्षमता नहीं बची है। अमेठी में कांग्रेस कार्यकर्ता धरने पर हैं। उनकी मांग है की पार्टी गांधी परिवार के किसी भी सदस्य को अमेठी लोकसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाए।