कौन थे लार्ड माउंटबेटन, 22 मार्च और भारत से क्या है उनका रिश्ता

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22 मार्च 1947 को भारत आये थे लार्ड माउंटबॅटन

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बर्मा के पहले अर्ल थे माउंटबेटन, बर्मा को आज़ाद कराने पर मिली थी अर्ल की उपाधि 

बर्मा के पहले अर्ल थे माउंटबेटन, बर्मा को आज़ाद कराने पर मिली थी अर्ल की उपाधि 

भारत के आखरी व्हाईसरॅाय थे लार्ड माउंटबॅटन

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भारत-पकिस्तान बंटवारे में थी इनकी अहम भूमिका

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लार्ड माउंटबॅटन थे स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर-जनरल 

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विंस्टन चर्चिल के चहेते थे माउंटबेटन

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पूर्व प्रधानमंत्री नेहरु के निकटवर्ती थे माउंटबेटन

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ब्रिटैन के शाही परिवार से था माउंटबेटन का ख़ास रिश्ता 

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ब्रिटेन की महारानी "एलिजाबेथ II" के पति के मामा थे माउंटबेटन

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ब्रिटिश साम्राज्य के सबसे प्रभावशाली और विवादित शख्सियतों में से एक थे लार्ड माउंटबॅटन

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27 अगस्त 1979 को आयरिश रिपब्लिकन आर्मी (IRA) ने उनकी हत्या कर दी