मुस्लिम लड़की ने संस्कृत में जीते 5 गोल्ड मेडल

देश में एक ओर जहां हिजाब को लेकर विवाद चल रहा है, वही एक मुस्लिम लड़की ने संस्कृत (Sanskrit) में 5 गोल्ड मेडल हासिल कर इतिहास रच दिया है। धर्म के नाम पर विवाद सालों से चला आ रहा है। पर देश कि युवा पीढ़ी इन सब से परे एक अलग पहचान बना रही है। इस अलग दुनिया को खुद के दम पर बनाने वाली गोल्ड मेडलिस्ट का नाम है गजाला।

उत्तर प्रदेश के लखनऊ विश्वविद्यालय की छात्रा गजाला ने संस्कृत बचपन से पढ़ना शुरू कर दिया था, तब उन्हे ये ज्यादा पसंद नहीं थी, पर धीरे-धीर संस्कृत में उनकी रुचि बढ़ने लगी , जिसका नतीजा आज हमारे सामने है। गजाला आज संस्कृत (Sanskrit) एमए की टॉप स्टूडेंट की लिस्ट में शामिल है। उन्होंने अब तक 5 गोल्ड मेडल जीत लिए है। संकाय स्तरीय पदक समारोह में 11 फरवरी को डीन प्रोफेसर शशि शुक्ला ने उन्हें पदक देकर सम्मानित किया।

गजाला बहुत ही सरलता से संस्कृत के श्लोक पढ़ती है, उन्हे देखकर हर कोई हैरान होता है कि, आखिर किस तरह वे संस्कृत से परिचित हुई। गजाला के पिता मजदूर थे, जब वे दसवीं कक्षा में थी तब उनके पिता का निधन हो गया था, अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए उनने बहुत संघर्ष किया है।

गजाला के 2 भाई है, जो गैरेज में काम करते है। अपनी सफलता का श्रेय वे अपने परिवार को देती है, गजाला कि माता इस सफलता से बहुत खुश हैं। गजाला बताती है की लोग हमेशा उनने पूछते है की उन्होंने क्यों संस्कृत भाषा को चुना, पर उनके परिवार ने कभी उनकी इस कबलियत की अनुशंसा नही की, बल्कि उनका साथ दिया। गजाला 5 भाषाओं अंग्रेजी, हिंदी, उर्दू, अरबी और संस्कृत से परिचित हैं। वे आगे वैदिक साहित्य से पीएचडी करना चाहती हैं।