हर साल श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है नवरात्रि का पर्व

9 रातों के उत्सव में की जाती है देवी दुर्गा के नौ रूपों की आराधना 

पहले दिन माँ शैलपुत्री की पूजा से होती है उत्सव की शुरुआत

बंगाल का सबसे बड़ा और भव्य त्योहार दुर्गा पूजा जो नवरात्रि के दौरान मनाया जाता है 

आध्यात्मिकता के साथ-साथ, सामूहिकता और सामाजिक एकता का भी प्रतीक है नवरात्रि

जगह-जगह पर पंडाल में स्थापित की जाती हैं माता की प्रतिमाएं 

दिव्य मूर्तियों के साथ रंग-बिरंगे फूलों से सजाए जाते हैं पंडाल को 

गरबा और डांडिया रात के उत्सव में शामिल होते हैं, जिसमें सभी उम्र के लोग नृत्य करते हैं

लोग परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर पूजा और आरती का करते हैं आयोजन 

दशहरे के साथ होती हैं देवी माँ की विदाई

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