कोविशील्ड को लेकर हर दिन कोई ना कोई नई खबर सामने आ रही है। अब इससे जुड़ी एक और बिग न्यूज है एस्ट्राजेनेका (Astrazeneca) दुनिया भर से अपने कोरोना टीका वापस मंगा रही है। एक रिपोर्ट को अनुसार कंपनी ने 5 मार्च को ही वैक्सीन वैक्सजेरवरिया को वापस मंगाने का फैसला कर लिया था, लेकिन यह आदेश 7 मई से प्रभावी हुआ। बता दें की कोविशील्ड का विदेशों में “वैक्सजेरवरिया” नाम है।
टीके वापस बुलवाने का वजह
दुनियाभर में कोरोनावायरस महामारी के दौरान लोगों को टीके मुहैया कराने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका (Astrazeneca) ने अपना कोरोना का टीका वापस मंगा लिया है। कंपनी ने कहा है कि वह दुनियाभर से अपनी वैक्सजेवरिया वैक्सीन को वापस मंगा रही है। गौरतलब है कि एस्ट्राजेनेका के लाइसेंस वाली कोविशील्ड वैक्सीन ही भारत में भी कोरोना से बचाव के लिए दी गई थी। द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने दावा किया है कि वैक्सीन का अपडेट संस्करण उपलब्ध है। ऐसे में वैक्सीन के पुराने स्टॉक को वापस मांगे जा रहे है।
कंपनी के खिलाफ 51 दर्ज हैं
कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका (Astrazeneca) की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। कोर्ट में इससे खिलाफ कुल 51 केस दर्ज हैं।पीड़ितों ने एस्ट्राजेनेका से करीब 1 हजार करोड़ का हर्जाना मांगा है। भारत में भी एक केस दर्ज हो चुका है। सबसे पहले एस्ट्राजेनेका के खिलाफ विदेश में मामला दर्ज हुआ था। अप्रैल 2021 में जेमी स्कॉट नाम के शख्स ने यह वैक्सीन लगवाई थी। इसके बाद उनकी हालत खराब हो गई। शरीर में खून के थक्के बनने का सीधा असर उनके दिमाग पर पड़ा। इसके अलावा स्कॉट के ब्रेन में इंटर्नल ब्लीडिंग भी हुई। रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टरों ने उनकी पत्नी से कहा था कि वो स्कॉट को नहीं बचा पाएंगे।
भारत की कोर्ट में भी एस्ट्राजेनेका के खिलाफ केस दर्ज हो चुका है। अर्जी लगाने वालों ने मामले पर जल्द निर्णय लेने की मांग की। पर कोर्ट ने इंनकार करते हुए कहा की ये मामला गंभीर है, इस पर निर्णय देने में समय लगेगा।